भारतीय इतिहास में 700 ई० से 1200 ई० का काल अत्यन्त महत्वपूर्ण है। मध्यकालीन भारत के निर्माण में इस कालखण्ड की विशिष्ट भूमिका थी। प्रस्तुत ग्रन्थ में अरब एवं तुर्क आक्रमणों की पृष्ठभूमि में इस युग की प्रमुख प्रवृत्तियों का विश्लेषण करते हुए हिन्दू समाज में परिवर्तन की प्रक्रिया को रेखांकित किया गया है। साथ ही इस परिवर्तन के लिए उत्तरदायी कारकों का भी समुचित विवेचन किया गया है। पुस्तक में वर्ग विभाजन एवं सामाजिक गतिशीलता, सामन्तवाद एवं उसके प्रभाव, पारिवारिक संगठन एवं दास प्रथा आदि पक्षों की गहन मीमांसा के आलोक में इस काल का प्रामाणिक चित्र प्रस्तुत किया गया है
“This is a welcome addition to the existing works on the period… It is different from the stereotyped thesis being produced in the subject.”
Prof. L. Gopal,
Head of the Department
Ancient Indian History. Culture and Archaeology, Hindu University, Varanasi
Reviews
There are no reviews yet.